नई दिल्ली, 4 सितंबर (Udaipur Kiran) । दिल्ली में खतरे के निशान से दो मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही यमुना के जलस्तर में गुरुवार शाम छह बजे मामूली गिरावट दर्ज की गई। यमुना का जलस्तर गुरुवार सुबह 10 बजे 207.47 के मुकाबले शाम छह बजे 207.43 दर्ज किया गया। हरियाणा के हथिनी कुंड से छह शाम बजे भी 138563 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। प्रशासन यमुना से सटे इलाकों में पानी भरने के बाद लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में लगा हुआ है। दिल्ली सरकार के साथ-साथ भाजपा सांसदों ने बाढ़ग्रस्त इलाकों को दौरा कर लोगों की मदद की।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को कहा कि हमने सारे इंतजाम कर लिए हैं और यमुना के जलस्तर पर नजर बनाए हुए हैं। कई वर्षों बाद इतना पानी आया है, लोहे के पुल तक पानी आ गया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और बाढ़ नियंत्रण एवं सिंचाई मंत्री प्रवेश साहिब सिंह लगातार इसकी समीक्षा कर रहे हैं। हथिनी कुंड से छोड़े जा रहे पानी को लेकर मुख्यमंत्री ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से भी बात की है। हमें उम्मीद है कि अगर बारिश रुक गई, बारिश का पानी जलग्रहण क्षेत्र तक नहीं पहुंचा, तो स्थिति नियंत्रण में है और नियंत्रण में ही रहेगी।
भाजपा सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने दक्षिण दिल्ली के जैतपुर पार्ट—2 में विश्वकर्मा कॉलोनी के बाढ़ पीड़ितों से मिले और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां राशन, पानी, शौचालय, मेडिकल, सफाई तथा अन्य सारी व्यवस्था का निरीक्षण किया। बिधूड़ी ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों ने भी सारी व्यवस्था पर संतोष जताया है। सांसद के दौरे के दौरान डीएम और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने अधिकारियों को लगातार मुस्तैद रहने के दिए निर्देश।
भाजपा सांसद कमलजीत सहरावत गुरुवार को मटियाला विधानसभा क्षेत्र के शिकारपुर, घुमनहेड़ा, रावता, झुलझुली और गालिबपुर गांव के खेतों में भारी बारिश के कारण उत्पन्न जलभराव की स्थिति का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुना और अधिकारियों को तत्काल समाधान के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों की हर कठिनाई का समय पर समाधान हमारी प्राथमिकता है।
आम आदमी पार्टी (आआपा) के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने गुरुवार को दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रशासन के साथ मिलकर राहत कार्यों में सहयोग करने की अपील की। केजरीवाल ने एक्स पोस्ट में कहा कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा हैं। उन्होंने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं से अपील कि वे स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर प्रभावित लोगों की मदद करें। उन्होंने कहा कि यह समय एकजुट होकर जनता की सेवा करने का है।
नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने भी कार्यकर्ताओं से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा कि दिल्ली में बाढ़ के कारण कई इलाकों में पानी भर गया है जिससे हजारों परिवारों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा है। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए उन्होंने आआपा के सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में मदद करें। उन्होंने कहा कि हर जरूरतमंद तक मदद पहुंचाना ही उनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बयान में कहा कि राजधानी दिल्ली में यमुना ने रौद्र रुप धारण कर लिया है और पानी खादर में उफान पर है। यमुना से सटे क्षेत्रों और सड़कों तक पहुंचे पानी से राहत दिलाने के लिए राहत कैंप पर्याप्त मात्रा में नहीं लगाए है और जो राहत कैंप लगाएं है उन्हें व्यवस्थित तरीके से नहीं लगाए गए है। राहत शिविरों में खाने सहित दूसरी सुविधाओं की भारी कमी है।
यादव ने कहा कि यमुना सटे क्षेत्रों में बसी कॉलोनियों के घरों में पानी घुस चुका है। जब यमुना के तटीय क्षेत्रों सहित बदरपुर खादर, गढ़ी, माडूं पुराना उस्मानपुर गांव, यमुना खादर, यमुना बाजार, निगम बोध घाट, मोनेस्ट्री, लोहे का पुल, आईएसबीटी कश्मीरी गेट सहित विश्वकर्मा कॉलोनी पानी भर चुका है। आईटीओ, दिल्ली सचिवालय, नजफगढ़ की कॉलोनियों और कांलिदी कुंज में यमुना का पानी आ गया है। यादव ने कहा कि लोहे के पुल तक जलस्तर पहुंचने का मतलब 207.41 मीटर तक पहुंच गया है, जो 63 वर्षों में तीसरी बार हुआ है। बाढ़ आने से पहले के इंतजाम, पानी को व्यवस्थित करने और बाढ़ आने के बाद हालात को व्यवस्थित करने में सरकार पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है। केजरीवाल सरकार भी 2023 में बाढ़ नियंत्रण करने और लोगों को राहत देने में पूरी तरह विफल साबित हुई थी। आज बाढ़ के खतरनाक हालात में सरकार बाढ़ राहत कार्यों में पूरी तरह से नाकाम दिखाई दे रही है।
इस बीच दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने गुरुवार को एक्स पोस्ट में कहा कि यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण, यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन तक जाने वाला संपर्क मार्ग फिलहाल दुर्गम है। कृपया अपनी यात्रा की योजना उसी के अनुसार बनाएं और वैकल्पिक मार्गों पर विचार करें। यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन चालू है और इंटरचेंज सुविधा भी उपलब्ध है।
गुरुवार को भी कश्मीरी गेट आईएसबीटी के सामने वाली सड़क पर पानी भरा हुआ है, जिससे वाहनों की गति धीमी रही। खजूरी से लेकर शास्त्री पार्क तक दिल्ली देहारदून एक्सप्रेसवे के नीचे यमुना किनारे बसे लोग अपने पशुओं को खुद टेंट बनाकर रख रहे हैं। इन लोगों ने अपने पशुओं को सड़क के दोनों ओर बांधा है, जिसकी वजह से यहां जाम की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन के लोग भी टेंट और राहत सामग्री पहुंचने में जुटे हुए है।
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(Udaipur Kiran) / धीरेन्द्र यादव
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