उदयपुर, 1 अगस्त (Udaipur Kiran) ।
उदयपुर जिले के झाड़ोल उपखंड स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उपरेटा में शुक्रवार सुबह जर्जर भवन की छत का प्लास्टर गिर गया। गनीमत रही कि उस समय बरामदे में कोई छात्र उपस्थित नहीं था, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई। घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और वे स्कूल परिसर में एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह घटना सुबह लगभग 10 बजे की है, जब विद्यालय के पुराने बरामदे की छत से अचानक बड़े हिस्से में प्लास्टर झड़कर नीचे गिर पड़ा। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पहले इसी बरामदे में बच्चे बैठा करते थे, लेकिन भवन की हालत को देखते हुए स्कूल प्रशासन ने कुछ दिन पूर्व ही उस हिस्से को सील कर दिया था और बच्चों को वहां बैठाना बंद कर दिया गया था।
घटना की सूचना मिलते ही गांव के लोग स्कूल पहुंच गए और शिक्षा विभाग व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने आरोप लगाया कि वे बरामदे की जर्जर हालत को लेकर कई बार संबंधित अधिकारियों को सूचित कर चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि यदि किसी दिन कोई छात्र उस मार्ग से गुजरता और उसके ऊपर प्लास्टर गिरता, तो बड़ी जनहानि हो सकती थी। उन्होंने हाल ही में झालावाड़ जिले में हुए स्कूल भवन दुर्घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि ऐसे हादसे कहीं भी हो सकते हैं, यदि समय रहते चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया गया।
इस संबंध में जानकारी देते हुए राजस्थान पंचायतीराज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी लोकेश डामोर ने बताया कि विद्यालय भवन की जर्जर स्थिति को लेकर कई बार उच्च अधिकारियों को सूचनाएं दी गई थीं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए अब विभाग को गंभीरता से कार्रवाई करनी चाहिए और भवन की मरम्मत या नया भवन निर्माण तुरंत शुरू किया जाना चाहिए।
हालांकि, विद्यालय प्रशासन का कहना है कि निर्देशों के अनुसार जर्जर हिस्से को पहले ही निष्क्रिय कर दिया गया था, जिससे कोई छात्र या स्टाफ उस क्षेत्र में न आए।
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(Udaipur Kiran) / सुनीता
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