कुल्लू, 21 जून (Udaipur Kiran) । प्रदेश सरकार भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड की योजनाओं को पात्र और जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने को लेकर प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के दिशा-निर्देशों पर बोर्ड तेजी से कार्रवाई कर रहा है। यह बात बोर्ड के अध्यक्ष नरदेव सिंह कंवर ने शनिवार को च्वाई के वन विश्राम गृह में आयोजित जागरूकता शिविर को संबोधित करते हुए कही।
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए नरदेव सिंह कंवर ने पंचायत जन प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे निर्माण कार्य में लगे कामगारों के दस्तावेजों की सत्यता सुनिश्चित कर उन्हें बोर्ड में पंजीकृत करें। उन्होंने जानकारी दी कि मनरेगा में 90 दिन कार्य करने वाले श्रमिक भी बोर्ड में पंजीकरण के पात्र हैं।
बोर्ड द्वारा पंजीकृत कामगारों को अनेक लाभ दिए जा रहे हैं। विवाह सहायता योजना के अंतर्गत स्वयं के विवाह या दो बच्चों के विवाह पर 51 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। चिकित्सा सहायता के लिए 50 हजार से 5 लाख रुपये तक का लाभ मिल सकता है।
शिक्षा सहायता के तहत 8,400 रुपये से लेकर 1.20 लाख रुपये तक की राशि बच्चों की पढ़ाई के लिए दी जाती है।
उन्होंने बताया कि पंजीकृत श्रमिक को 60 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर एक हजार रुपये मासिक पेंशन, बेटी जन्म पर 51 हजार रुपये, विधवा पेंशन 1500 रुपये प्रतिमाह और छात्रावास सुविधा के लिए 20 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिए जाते हैं।
आवास योजना के तहत 1.50 लाख रुपये तथा दिव्यांग, तलाकशुदा व एकल महिला को भवन निर्माण के लिए 3 लाख रुपये की सहायता राशि भी दी जा रही है।
नरदेव सिंह कंवर ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि प्रत्येक पात्र श्रमिक इन योजनाओं का लाभ प्राप्त करे और अपने जीवन को सशक्त बना सके।
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(Udaipur Kiran) / जसपाल सिंह