धमतरी, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । शराब दुकान के पास संचालित आइटीआइ भटगांव का कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने औचक निरीक्षण किया। यहां संचालित विभिन्न ट्रेडों में विद्यार्थियों का दाखिला कम है। साथ ही आइटीआइ में सफाई व्यवस्था समेत कई अन्य खामियां मिली, तो कलेक्टर ने यहां के अधिकारी-कर्मचारियों को व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश दिए है, ताकि आइटीआइ बेहतर हो सके। जानकारी के अनुसार आइटीआइ के विद्यार्थियों के लिए शराब दुकान सबसे बड़ी मुसीबत बनी हुई है, जो यहां की छात्राओं के लिए खतरा है।
कलेक्टर अबिनाश मिश्रा ने आज बुधवार को जिले के औद्योगिक विकास और युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए भटगांव स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आइटीआइ का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने संस्थान की समग्र व्यवस्थाओं का सूक्ष्म अवलोकन किया और संचालित पाठ्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की। कलेक्टर मिश्रा ने चल रही प्रवेश प्रक्रिया देखी । स्पष्ट निर्देश दिए कि संस्थान की सभी सीटों पर शत-प्रतिशत प्रवेश सुनिश्चित करें, जिससे जिले के अधिक से अधिक युवाओं को तकनीकी शिक्षा का लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि कौशल विकास ही आज के युवाओं को आत्मनिर्भर बना सकता है और इसके लिए संस्थान की कार्यप्रणाली को और अधिक सक्रिय एवं सुदृढ़ बनाना होगा।
व्यवस्था दुरूस्त करने के निर्देश
कलेक्टर ने प्रवेश लेने आए बच्चों से सीधे संवाद कर उनकी पढ़ाई व यहां संचालित ट्रेड के संबंध में पूछा। उन्होंने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे दाखिले के बाद पूरे मनोयोग से प्रशिक्षण लें, जिससे उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर मिल सकें। इस अवसर पर उन्होंने संस्थान की आधारभूत सुविधाओं जैसे पेयजल, शौचालय, विद्युत व्यवस्था, भवन में सीपेज की स्थिति और परिसर की साफ-सफाई की स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने इन सभी बिंदुओं पर त्वरित सुधार के निर्देश दिए है। प्रशिक्षण की गुणवत्ता के साथ-साथ संस्थान का भौतिक वातावरण भी प्रेरणादायक और सुरक्षित होना चाहिए। कलेक्टर मिश्रा ने यह भी निर्देशित किया कि प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे युवाओं को अधिकतम प्लेसमेंट मिले, इसके लिए संस्थान स्तर पर उद्योगों से समन्वय बनाकर प्रभावी प्रयास किए जाएं। निरीक्षण के दौरान आइटीआइ के प्राचार्य एमआर ध्रुव, प्रशिक्षक एवं कर्मचारी एवं संबंधित स्टाफ उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा
You may also like
अदाणी इलेक्ट्रिसिटी ने मुंबई के स्कूलों और झुग्गी-झोपड़ियों में मानसून सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया
अहिंसा का हथियार बना 'असहयोग आंदोलन', गांधीजी ने दिखाई थी आजादी की नई राह
गुजरात फेफड़ों के कैंसर के इलाज का अग्रणी केंद्र बना, पांच साल में करीब चार हजार मरीजों का इलाज
पुण्यतिथि विशेष : भारतीय राजनीति में सपा, कांग्रेस और कम्युनिस्ट के इन राजनेताओं का योगदान रहेगा याद
असफलता के समय माता-पिता का साथ सबसे अहम : दिव्या देशमुख