धर्मशाला, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में भारतीय सशस्त्र बलों के 28 कर्मियों के लिए डेयरी, पोल्ट्री और मूल्यवर्धित डेयरी उत्पाद पर 16 सप्ताह का प्रशिक्षण कार्यक्रम शुक्रवार को संपन्न हो गया। बीते 7 अप्रैल को शुरू हुए इस पाठ्यक्रम में भारतीय थलसेना और नौसेना से 8-8 और भारतीय वायु सेना से 12 कर्मियों ने भाग लिया।
पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. ए.के. पांडा समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे। डॉ. पांडा ने कहा कि इस तरह के विशेष प्रशिक्षण हमारे बहादुर कर्मियों को नागरिक जीवन में आवश्यक कौशल से लैस करते हैं। डेयरी और पोल्ट्री क्षेत्र अपार अवसर प्रदान करते हैं और मैं सभी प्रतिभागियों को इस ज्ञान को अमल में लाने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।
वहीं इस दौरान पुनर्वास निदेशक (उत्तरी क्षेत्र) कर्नल प्रदीप कार्की समापन समारोह में वर्चुअल माध्यम से शामिल हुए और सेवानिवृत्ति के बाद के उद्यमों की तैयारी कर रहे रक्षा कर्मियों को कौशल-उन्मुख प्रशिक्षण प्रदान करने में विश्वविद्यालय के प्रयासों की सराहना की।
कुलपति प्रो. नवीन कुमार ने अपने विशेष संदेश में प्रतिभागियों को बधाई दी और उन्हें डेयरी और पोल्ट्री क्षेत्रों में उद्यमिता तलाशने के लिए प्रोत्साहित किया। साथ ही स्थायी आय और आत्मनिर्भरता की उनकी क्षमता पर प्रकाश डाला।
प्रसार शिक्षा निदेशक, डॉ. विनोद शर्मा ने डेयरी उद्यमिता में अपार अवसरों पर ज़ोर दिया और प्रशिक्षुओं को अपने उद्यम स्थापित करने में प्रशिक्षण के दौरान प्राप्त ज्ञान का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया।
(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया
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