2025 में स्मार्टफोन की दुनिया में कैमरा टेक्नोलॉजी की जंग छिड़ी हुई है, और खास तौर पर पोर्ट्रेट फोटोग्राफी में हर ब्रांड अपनी ताकत दिखाने की कोशिश कर रहा है। इस रेस में दो मिड-रेंज स्मार्टफोन्स—Oppo Reno 12 Pro और Vivo V30 Pro—सुर्खियां बटोर रहे हैं। दोनों फोन प्रीमियम कैमरा क्वालिटी के लिए मशहूर हैं, लेकिन जब बात आती है उस DSLR जैसे पोर्ट्रेट की, जो फोटो में जान डाल दे, तो इन दोनों में से कौन बाजी मारता है? आइए, देसी अंदाज में समझते हैं कि कौन है असली सुल्तान!
Oppo Reno 12 Pro: शानदार, लेकिन थोड़ा पीछेOppo Reno 12 Pro अपने दमदार कैमरा सेटअप के साथ काफी कुछ लेकर आया है। इसमें 50MP मेन कैमरा और एक खास 50MP टेलीफोटो लेंस है, जो पोर्ट्रेट फोटोग्राफी के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह लेंस 2x ऑप्टिकल ज़ूम के साथ आता है, जो डिजिटल ज़ूम की तरह क्वालिटी खराब किए बिना शानदार तस्वीरें देता है। साथ ही, AI स्टूडियो और AI इरेज़र जैसे फीचर्स आपके पोर्ट्रेट को और आकर्षक बनाते हैं।
फ्रंट में 50MP सेल्फी कैमरा भी है, जो डिटेल्ड और साफ तस्वीरें लेता है। लेकिन जब बात पोर्ट्रेट की गहराई, नैचुरल बैकग्राउंड ब्लर और आर्टिस्टिक टच की आती है, तो Oppo थोड़ा पीछे रह जाता है। इसका फोकस ज़्यादा हार्डवेयर और मेगापिक्सल्स पर है, लेकिन वह प्रोफेशनल ट्यूनिंग और ऑप्टिकल डेप्थ, जो DSLR जैसा अहसास दे, उसमें कमी खलती है।
Vivo V30 Pro: ZEISS के साथ पोर्ट्रेट का जादूVivo V30 Pro पोर्ट्रेट लवर्स के लिए किसी जादू से कम नहीं। इसका सबसे बड़ा हथियार है ZEISS—वही ZEISS, जो दुनिया भर में DSLR और प्रोफेशनल कैमरा लेंस के लिए मशहूर है। Vivo और ZEISS की इस पार्टनरशिप ने स्मार्टफोन फोटोग्राफी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।
इस फोन में ZEISS प्रोफेशनल पोर्ट्रेट कैमरा है, जिसमें 50mm फोकल लेंथ और f/1.85 अपर्चर मिलता है। यह फोकल लेंथ DSLR में पोर्ट्रेट के लिए आदर्श माना जाता है। इससे तस्वीरों में जो गहराई और सिनेमैटिक लुक आता है, वह बिल्कुल अनोखा है। साथ ही, ZEISS स्टाइल पोर्ट्रेट मोड्स जैसे बायोटार, प्लानर और सिनेमैटिक मोड पुराने आइकॉनिक ZEISS लेंस डिज़ाइन्स से प्रेरित हैं। ये मोड्स बैकग्राउंड ब्लर और लाइट रेंडरिंग को इतना खास बनाते हैं कि हर फोटो में एक अलग कहानी नज़र आती है।
ऑरा लाइट: रात में भी स्टार जैसी तस्वीरेंVivo V30 Pro को और खास बनाता है इसका ऑरा लाइट पोर्ट्रेट फीचर। यह एक तरह का स्टूडियो-क्वालिटी फिल लाइट है, जो कम रोशनी में भी चेहरे पर सॉफ्ट और एकसमान रोशनी डालता है। चाहे रात हो या इंडोर लाइटिंग, यह फीचर आपके चेहरे को क्लियर, नैचुरल और चमकदार बनाता है। सोशल मीडिया के लिए परफेक्ट फोटो चाहने वालों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं। Oppo Reno 12 Pro में इस तरह का कोई फीचर नहीं है, जिससे Vivo इस मामले में आगे निकल जाता है।
असली पोर्ट्रेट किंग कौन?दोनों फोन अपनी-अपनी जगह शानदार हैं। Oppo Reno 12 Pro का डेडिकेटेड टेलीफोटो लेंस और हाई मेगापिक्सल्स प्रभावशाली हैं। लेकिन फोटोग्राफी में मेगापिक्सल्स से ज़्यादा मायने रखते हैं सेंसर क्वालिटी, सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइज़ेशन और लेंस ट्यूनिंग—और यहीं Vivo V30 Pro बाजी मार लेता है।
ZEISS के साथ इसकी गहरी पार्टनरशिप और खास तौर पर पोर्ट्रेट के लिए ट्यून किया गया लेंस इसे एक अलग स्तर पर ले जाता है। चाहे नैचुरल बोकेह हो, सटीक रंग हों या सिनेमैटिक इफेक्ट्स—Vivo V30 Pro में सब कुछ थोड़ा ज़्यादा रिफाइंड और प्रोफेशनल है।
अंतिम फैसला: Vivo V30 Pro की जीतअगर आप ऐसा स्मार्टफोन चाहते हैं, जो DSLR जैसी पोर्ट्रेट फोटोग्राफी दे, जिसमें हर तस्वीर में गहराई और भावनाएं झलकें, तो Vivo V30 Pro आपकी पहली पसंद होना चाहिए। ZEISS की ब्रांडिंग सिर्फ दिखावा नहीं, बल्कि यह वाकई फर्क लाती है। दूसरी ओर, अगर आप रोज़मर्रा की फोटोग्राफी या कभी-कभार पोर्ट्रेट लेते हैं और AI फीचर्स ज़्यादा पसंद हैं, तो Oppo Reno 12 Pro भी निराश नहीं करेगा। लेकिन 2025 में पोर्ट्रेट फोटोग्राफी का असली बादशाह चुनना हो, तो जवाब साफ है—Vivo V30 Pro ही असली विजेता है।
You may also like
साइबर अपराधियों पर सीबीआई का शिकंजा, 5 राज्यों में छापेमारी, 9 गिरफ्तार
बस स्टैंड की गंदगी और अव्यवस्था देख प्रेमचंद बैरवा का पारा हाई, अधिकारियों को फटकारते हुए 'ऑन द स्पॉट' मांगा जवाब
अतीत की पीड़ा ना भुलाने के हो सकते है भयानक परिणाम, वायरल फुटेज में देखे इसके मानसिक, सामाजिक और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव
जयपुर की सड़कों में पोल ही पोल, अचानक सड़क धंसने से फंसी सीवर जेटिंग मशीन
ENG vs IND 2nd Test: टीम इंडिया को लगा झटका, एजबेस्टन टेस्ट से बाहर हो सकते हैं Jasprit Bumrah