पृथ्वी का भविष्य खतरे में है! नासा और जापान की टोहो यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी रिसर्च सामने रखी है, जो सुनकर हर कोई हैरान है। इस रिसर्च में दावा किया गया है कि एक दिन पृथ्वी से सारी ऑक्सीजन गायब हो जाएगी, और इसके साथ ही जीवन भी खत्म हो जाएगा। आखिर कब तक बचेगी हमारी धरती की सांसें? आइए जानते हैं।
ऑक्सीजन का अंत: कब और कैसे?वैज्ञानिकों ने 4 लाख सिमुलेशनों के आधार पर अनुमान लगाया है कि पृथ्वी का ऑक्सीजन से भरा वायुमंडल अब अपने कुल जीवनकाल का सिर्फ 20 से 30 प्रतिशत ही बचा है। इसका मतलब है कि करीब एक अरब साल बाद हमारी धरती की हवा में ऑक्सीजन पूरी तरह खत्म हो जाएगी। बिना ऑक्सीजन के इंसान, जानवर, और ज्यादातर जीवों का जीवित रहना नामुमकिन हो जाएगा।
सूरज की गर्मी बनेगी विनाश का कारणरिसर्च बताती है कि जैसे-जैसे सूरज की उम्र बढ़ेगी, वह और गर्म और चमकदार होता जाएगा। इसकी वजह से पृथ्वी का तापमान इतना बढ़ जाएगा कि महासागरों का पानी भाप बनकर उड़ जाएगा। कार्बन चक्र कमजोर पड़ने लगेगा, और पौधे, जो ऑक्सीजन का सबसे बड़ा स्रोत हैं, धीरे-धीरे खत्म हो जाएंगे। नतीजा? ऑक्सीजन का उत्पादन पूरी तरह बंद हो जाएगा।
जीवन की आखिरी तारीखवैज्ञानिकों की गणना के मुताबिक, अगले 999,999,996 साल तक पृथ्वी पर जीवन बेहद मुश्किल हो जाएगा। और साल 1,000,002,021 तक इस धरती से जीवन का नामोनिशान मिट जाएगा। यह खबर सुनकर भले ही लगे कि यह बहुत दूर की बात है, लेकिन यह एक ऐसा सच है जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
कौन बच पाएगा इस तबाही में?जब ऑक्सीजन खत्म होगी, तो न सिर्फ इंसान, बल्कि ज्यादातर ऑक्सीजन पर निर्भर जीवों का अस्तित्व भी खतरे में पड़ जाएगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि ऐसी हालत में सिर्फ कुछ खास तरह के सूक्ष्मजीव ही जीवित रह पाएंगे, जो कम ऑक्सीजन वाले माहौल में भी जी सकते हैं। लेकिन इंसानों और दूसरे जीवों के लिए यह स्थिति किसी बुरे सपने से कम नहीं होगी।
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